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Saturday, July 7, 2012

बेदाग़

जली को आग कहते है;
 बुझी को राख कहतें हैं;
 जिनके सरे सबूत जल जायें;
 उन नेताओं को बेदाग़ कहते है!

4 comments:

Anupama Tripathi said...

सुंदर ...सार्थक ...

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

:):) सटीक

मेरा मन पंछी सा said...

अरे वाह वाह |||
बहुत बढ़िया :-)

कुमार राधारमण said...

सबूत हो,तो भी बच जाएं
उसी को भैये भाग कहते हैं!

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